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Law

बच गईं ज्योति मौर्य और पीछे हटे अलोक मौर्य

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प्रयागराज, उत्तर प्रदेश
पंचायती राज विभाग में 1 सफाई कर्मचारी जिसका नाम आलोक मौर्य होता है वो एक शिकायती पत्र लिखकर सीधा चौकी इंचार्ज के पास पहुंचता है लेकिन चौकी इंचार्ज उसकी सुनता ही नहीं है इसके बाद वो परेशान होकर सीधा जाता है एस.एच.ओ के पास और एस.एच.ओ भी उसकी बात नहीं सुनता है इसके बाद व्यक्ति जाकर शिकायत करता है जिला अधिकारी से फिर कमिश्नर और कमिश्नर से भी राहत नहीं मिलती तो उत्तर प्रदेश के डीजीपी के पास जाकर अपने शिकायती पत्र देता है फिर कहता है मुझे यह समस्या है मेरी समस्या का समाधान कर दीजिए

लेकिन तब भी उसकी कोई शिकायत पर सुनवाई नहीं होती है कोई गौर नहीं करता है इसके बाद वो मुख्यमंत्री दरबार में जाकर अपनी अर्जी लगाता है कहता है कि मुझे मेरी बीवी से दिक्कत है मुझे मेरी बीवी से परेशानी है दरअसल उसकी बीवी भ्रष्टाचार और प्रेम प्रसंग में लिप्त होती है

जब वहां से भी कोई राहत नहीं मिलती तो इसके बाद पहुंचता है डीजी होमगार्ड के दफ्तर में बी.के. मौर्य के पास और जाकर अपनी पूरी कहानी बयां करता है इसके बाद इस मामले की जांच पड़ताल शुरू होती है और एक पत्रकार एक इंटरव्यू कर लेता है और जैसे ही पत्रकार इंटरव्यू करता है तो इसका नाम आलोक मौर्य होता है उसका इंटरव्यू तेजी के साथ सोशल मीडिया पर वायरल होने लगता है और एक नाम बहुत तेजी के साथ वायरल हुआ था वो नाम था एस डी एम ज्योति मौर्य का… पूरी कहानी जानने के लिए नीचे वीडियो पर क्लिक करें