Connect with us

Crime

एक जीवित इंसान और मुर्दों की अजब कहानी

Published

on

लखनऊ, उत्तर प्रदेश
कहते हैं कि पुलिस अगर चाहे तो मुर्दों से भी सच उगलवा सकती है उनसे भी उनकी जिंदगी से जुड़ी हुई हकीकत सामने ला सकती है लेकिन उत्तर प्रदेश के बदायूं में जो दो मासूम बच्चों की हत्या कर दी जाती है हत्यारे को पकड़कर पुलिस के हवाले किया जाता है लेकिन वह पुलिस से छूटकर भाग जाता है और मुठभेड़ हो जाती है मुठभेड़ में साजिद नाम का जो कातिल होता है वह आखिरकार मारा जाता है लेकिन उस सच को पुलिस आज तक भी उगलवा नहीं पाई है सच बाहर लेकर नहीं आ पाई है

या तो पुलिस वह सच जानती है जो जनता को बताना नहीं चाहती या फिर सच तक पुलिस अभी तक पहुंच नहीं पाई है हालांकि आज की जो घटना हम आपको सुनाने जा रहे हैं इस सच्ची घटना में कुछ ऐसा होता है कि तीन क़त्ल होते हैं और तीन कत्ल के बाद जो मुर्दे होते हैं वही सच बोल देते हैं जो पुलिस चाहती है वह करके दिखा देती है लेकिन जिस घटनाक्रम का खुलासा होकर जब लोगों के सामने आता है तो लोगों को यकीन नहीं हो रहा था कि कत्ल की इतनी छोटी सी वजह इतना बड़ा रूप कैसे ले सकती है

आज की जो सच्ची घटना हम आपको सुनाने जा रहे हैं यह सच्ची घटना है उत्तर प्रदेश के राजधानी लखनऊ की दरअसल राजधानी लखनऊ का एक थाना लगता है बिजनौर और उसी का एक मोहल्ला लगता है श्रावण नगर दरअसल श्रावण नगर में 31 मार्च 2024 के दोपहर लगभग 2:00 के आसपास एक लड़का जिसका नाम धीरेंद्र होता है धीरेंद्र काफी देर से बहुत ज्यादा परेशान था दरअसल घर के अंदर दुर्गंध आ रही थी घर के हर एक कोने में झांकता है जहां से दुर्गंध आ रही थी यह देखने की कोशिश कर रहा था कि आखिरकार कहीं कोई चूहा तो नहीं मर गया है लेकिन… पूरी कहानी जानने के लिए नीचे वीडियो पर क्लिक करें