मुंबई, महाराष्ट्र मार्च 2020 का यह वाक्य है एक लड़की अपनी मां के पास जाती है और मां से कहती है कि मुझे तुमसे बहुत जरूरी बातचीत करनी है मां ने कहा ठीक है क्या बात करनी है तो तभी बेटी ने कहा कि जो पड़ोसी अंकल हैं जब तुम घर पर नहीं होती हो तब वह कुछ ऐसी दवाई देते हैं जिसे खाने के बाद पूरे शरीर में झनझनाहट सी पैदा हो जाती हैं उत्तेजना सी पैदा हो जाती हैं ऐसा लगता है कि किसी व्यक्ति के साथ बैठकर कुछ बातें की जाए कुछ वक्त बिताया जाए उनके साथ कुछ गलत करने का मन करता है
जैसे ही मां ने यह बात सुनी मां ने ऐसे उस बात को अनसुना कर दिया जैसे कि उसने सुना ही नहीं है तब बेटी ने बार-बार कहा कि मां मैं जो कह रही हूं बिल्कुल सच है तुम समझने की कोशिश क्यों नहीं करती हो मां ने कहा कि बेटा तू तो जानती है कि तेरे पिताजी बाहर काम करते हैं और हम दोनों यहां पर अकेले रहते हैं जिसके बारे में तू यह बातें कर रही है वह व्यक्ति बहुत ही खतरनाक किस्म का है
मां ने यह कहकर अपनी बेटी को बिल्कुल शांत कर दिया और जैसा हो रहा था कई साल से फिर बेटी के साथ वैसा ही होता चला जाता है और बेटी चाह कर भी कुछ कर नहीं पा रही थी लेकिन ऐसा ज्यादा दिन नहीं चल पाता है और कुछ ही वक्त के बाद जब इस घटनाक्रम का खुलासा होता है न केवल उसके परिवार को बल्कि आसपास के जितने भी इलाके में लोग रहते थे उन सबको बड़ी हैरानी होती है मामला जब पुलिस तक पहुंचता है पुलिस को भी यकीन नहीं हो रहा था और जब मामला अदालत पहुंचता है तो जज साहब भी इस पूरे घटनाक्रम को जानने के बाद सोच में पड़ जाते हैं वह कहते हैं की धरती पर किस-किस तरह के प्राणी रहते हैं उन्हें यकीन नहीं हो रहा था… पूरी कहानी जानने के लिए नीचे वीडियो पर क्लिक करें