कन्नौज, उत्तर प्रदेश उत्तर प्रदेश के जिला मुजफ्फरनगर का एक गांव लगता है शाह डब्बर और वही का रहने वाला एक लड़का जिसका नाम होता है सचिन राठी सचिन राठी उत्तर प्रदेश पुलिस में पुलिस कांस्टेबल होते हैं और वह एक बदमाश यानी कि हिस्ट्रीशीटर को गिरफ्तार करने के लिए अपनी टीम के साथ गए हुए थे और हिस्ट्रीशीटर की तरफ से गोली चलती है गोली चलती है गोली लगती है जाकर उस कांस्टेबल की जांग में कुछ देर के बाद उस कांस्टेबल की मौत हो जाती है इसके बाद उनके शरीर को लेकर जाया जाता है पोस्टमार्टम के लिए पोस्टमार्टम होता है और इसी बीच में जब इस पार्थिव शरीर को वहां से गांव की तरफ ले जाने की तैयारी चल रही थी इत्तेफाक से यहां पर उनकी मंगेतर यानिकि कोमल देशवाल वहां मौके पर पहुंच जाती हैं
कोमल देशवाल जिनसे शादी होने वाली थी 5 फरवरी 2024 को वह एक सवाल करती हैं और कहती हैं कि किसी की जांग में गोली लगने से आखिरकार मौत कैसे हो सकती है यही एक बड़ा सवाल था वाकई जांग में गोली लगने से मौत कैसे हो सकती है आज की इस कहानी के माध्यम से हम आपको यही बताने की कोशिश करेंगे कि क्या वाकई हिस्ट्रीशीटर की गोली लगने से उस कांस्टेबल की मौत होती है या किसी और कारण से मौत होती है इसी पर हम प्रकाश डालने की कोशिश करेंगे साथ ही यह भी बताने की कोशिश करेंगे जब-जब पुलिस पर कोई भी आफत आती है जब जब पुलिस पर कोई हमला होता है तब तक पुलिस अपना रूद्र रूप धारण कर लेती है खासकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी रूद्र रूप धारण करते हैं और अपराधियों को कम से कम समय में उन्हें ठिकाने लगाने की पूरी कोशिश की जाती है
लेकिन जहां पर अपराधी आराम से बैठे हुए हैं जैसे कुछ हुआ ही नहीं है… पूरी कहानी जानने के लिए नीचे वीडियो पर क्लिक करें