सवाई माधोपुर, राजस्थान फरवरी 2011 का यह वाक्य है एक बुजुर्ग महिला अपने घर पर मौजूद होती है और रात में उसके घर पर बदमाश घुस आते हैं सिर्फ इस इरादे से ताकि घर में लूटपाट की जा सके उन बदमाशों ने लूटपाट की घटना को अंजाम दे रहे थे और जाते-जाते उनकी नजर पड़ती है बूढी औरत पर जिस बूढी औरत के पैरों के अंदर बड़े-बड़े कड़े पड़े हुए थे चांदी के उन कणों को देखकर उन बदमाशों की नियत खराब हो जाती है उन्होंने पैरों में पड़े हुए कड़ों को निकालने की तमाम कोशिश की लेकिन निकाल नहीं पा रहे थे
इसी बीच में उन्होंने सोचा की कड़े तो लेकर ही जाने हैं इसके लिए उन्होंने उस बूढी औरत के पैरों को काट दिया और पैरों को काटने के बाद उन कणों को निकाल लिया जब इस घटना को अंजाम दे रहे थे तब वो बूढी औरत बेहोश हो जाती है और जब उसे होश आता है तो पता चलता है कि उसके पैर कट चुके हैं बहुत ज्यादा उसका ब्लड बह चुका था जब लोग आते हैं तो उस बूढी औरत को उपचार के लिए अस्पताल लेकर जाते हैं
लगभग एक महीने तक उपचार चलता है और एक महीने के बाद उस बूढी औरत की मौत हो जाती है जैसे ही मौत होती है उस गांव में उसे इलाके में बहुत बड़ा हंगामा खड़ा हो जाता है इसके बाद जो कहानी शुरू होती है उस कहानी की गूंज पूरे देश भर में फैल जाती है साथ ही कितने ही परिवार हैं इस कहानी के बाद बर्बाद भी हो जाते हैं… पूरी कहानी सुनने केना लिए नीचे वीडियो पर क्लिक करें