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Crime

हुबली में नेहा के क़त्ल की अजीब कहानी

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हुबली, कर्नाटक
दो महिला एक बालक को लेकर लड़ रही थीं झगड़ रही थीं रो रही थीं बिलख रही थीं यह कहते हुए कि यह बालक मेरा है लोगों ने उन्हें समझाने की काफी कोशिश की लेकिन दोनों ही महिलाएं कुछ इस तरह से दावेदारी कर रही थीं कि लोगों को भी इतना कन्फ्यूजन हो रहा था कि यह पता कर सके कि आखिरकार यह बच्चा किसका है

देखते ही देखते यह बात राजा साहब के कानों तक पोहोच जाती है राजा साहब कहते हैं कि दोनों महिलाओं को उनके पास लाया जाए और उनसे कहा जाए कि वह अपनी अपनी दावेदारी पेश करें दरअसल दोनों महिलाओं ने जब अपनी अपनी बातें कही तो दोनों को देखकर लग रहा था की यह बच्चा सच मुच इन्ही का है लेकिन बच्चा तो एक का ही हो सकता है दोनों का हो ही नहीं सकता अब राजा साहब भी परेशान हो जाते हैं पब्लिक भी परेशान हो जाती है जो भी सभा के अंदर बैठे हुए लोग थे बस यह जानना चाह रहे थे कि आखिरकार अब राजा क्या फैसला लेने वाले हैं तभी राजा साहब ने सेनापति को आवाज़ लगाई आवाज लगाने के बाद कहा कि सेनापति इस बालक के दो हिस्से करो और दो हिस्से करने के बाद दोनों हिस्से एक एक महिला के हाथों में दे दो और ये यहांसे चली जाएँगी

कुछ इसी तरह का बंटवारा होगा तो शायद इन्हें तसल्ली हो जाएगी राजा ने जब सेनापति से यह बात कही तो सेनापति आगे बढ़ता है और सभा के लोग देखकर यह आश्चर्यचकित थे कि आखिरकार राजा साहब ऐसा कैसे फैसला दे सकते हैं तभी उन महिलाओं में से एक महिला कहती है राजा साहब जो भी आप करेंगे अच्छा ही करेंगे हमें आपका फैसला पूरी तरह से मंजूर है लेकिन दूसरी महिला रोते हुए बिलकते हुए कहती है कि राजा साहब मुझे यह बच्चा नहीं चाहिए राजा साहब इस बच्चे को इसी महिला के हवाले कर दो मुझे यह बच्चा बिल्कुल भी नहीं चाहिए… पूरी कहानी जानने के लिए नीचे वीडियो पर क्लिक करें