दुर्ग, छत्तीसगढ़ यह बात उन दिनों की है जब भारत के गृहमंत्री हुआ करते थे राजनाथ सिंह राजनाथ सिंह के पास एक बड़े कारोबारी का फोन पहुंचता है वह कहते हैं कि साहब मेरा बेटा लापता हो गया है शायद पुलिस पूरी ईमानदारी से अपना काम नहीं कर रही है जैसे ही राजनाथ सिंह जी को यह बात पता चलती है उन्होंने उस प्रदेश के मुख्यमंत्री से बातचीत की बातचीत करने के बाद कहा कि बड़े कारोबारी हैं बहुत अच्छे व्यक्ति हैं दरअसल इस मामले की आप गंभीरता से जांच कराइए
मुख्यमंत्री हुआ करते थे रमन सिंह । रमन सिंह ने अपनी प्रदेश की पुलिस को अलर्ट किया और कहा के जितनी जल्दी हो सके इस घटनाक्रम के बारे में सोचिए और जो भी मामला है उसे सामने लेकर आई है अब पुलिस अपने मामले में जांच पड़ताल में बहुत ईमानदारी से जुट जाती है शायद अब तक ईमानदारी से जांच नहीं कर रही थी जब पुलिस ने इस मामले की जांच पड़ताल की तो पूरे देश भर के लगभग एक करोड़ लोगों के मोबाइल नंबर ट्रेस किए गए थे ताकि कातिल या फिर अपहरण करने वालों का पता चल सके क्योंकि पुलिस को भी लगने लगा था जब वह लड़का अचानक से गायब हो जाता है तो शायद उसके साथ कोई ना कोई ऐसी बड़ी वारदात हुई है आखिरकार पुलिस का शक जो था वो यकीन में बदला और उस लड़के का कत्ल हो चुका था
लगभग एक करोड़ नंबर से लाखों नंबर छठ जाते हैं लाखों में से हजारों रह जाते हैं हजारों में से फिर एक नंबर रहता है आखिरकार पुलिस उस कातिल तक पहुंच जाती है और जब घटनाक्रम का खुलासा होता है तो पता चलता है कि पहले ही दिन उसका कत्ल कर दिया गया था और लाश को दबाकर ऊपर से उसमे सब्जी उगादि थी पुलिस ने जब इस घटना का खुलासा किया था तो लोगों को यकीन नहीं हो रहा था कि कोई व्यक्ति आखिरकार इतना बड़ा कदम कैसे उठा सकता है… पूरी कहानी जानने के लिए नीचे वीडियो पर क्लिक करें