शिवहर, बिहार परिवार में जमीन को लेकर विवाद चल रहा था बात है 4 मार्च 2003 की भाई ही भाई की जान के दुश्मन बने हुए थे दो भाई घर से निकलते हैं एक का नाम प्रेम नाथ होता है और दूसरे का नाम सुशील तिवारी होता है वो जाते हैं अपने ही भाई की हत्या करने के लिए घर जाते हैं घर जाने के बाद जिस जगह पर भाई सोता था उसी जगह पर जाकर गोली चला देते हैं लेकिन भाई नहीं सोया हुआ था उस दिन वहां पर भाभी सोई होती हैं और भाभी जी गर्भवती होती हैं गोली जैसे ही चलती है चीख पुकार मच जाती है और भाभी की घटनास्थल पर ही मौत हो जाती है
बस भाभी की मौत होना था कि पूरे गांव में शोर मच जाता है हंगामा खड़ा हो जाता है इसके बाद इस हत्याकांड का बदला लेता है भाई अपने ही भाइयों से और जब हत्याकांड का बदला ले लेता है तब उसके बाद एक ऐसी कहानी शुरू होती है जिस कहानी को सुनने के बाद शायद आपको यकीन नहीं होगा अब तक भारत के इतिहास में पहली ऐसी घटना है कि किसी महिला की जेल में शादी होती है उसके बाद वहीं पर हनीमून मनाया जाता है और वहीं पर बच्चा पैदा हो जाता है…
आज की सच्ची घटना है बिहार प्रदेश का एक जिला है शिवहर दरअसल शिवहर जेल से एक महिला कैदी होती है उसका नाम होता है पूजा। पूजा को 18 जून 2015 को यहां से ट्रांसफर करके शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारागार मुजफ्फरपुर में भेजा जाता है और जैसे ही वह अपनी दूसरी जेल में शिफ्ट की जा रही होती है तभी उसको अचानक से तकलीफ होने लगती है तकलीफ इतनी होती है की वो बर्दाश्त से बाहर होने लग जाती है… पूरी कहानी जानने के लिए नीचे वीडियो पर क्लिक करें