Connect with us

Crime

एक अधिकारी की बेटी और गाड़ी में सवार दरिंदे

Published

on

लखनऊ, उत्तर प्रदेश
कहते हैं कि इंसान और जानवर के अंदर सिर्फ सोच का फर्क होता है दरअसल जब इंसान कोई काम करता है तो उसे पता होता है क्या अच्छा है क्या बुरा है कोई भाई है कौन बहन है किसके साथ क्या करना है क्या नहीं करना है जबकि जानवर में यह समझ विकसित नहीं हो पाई और उसे यह पता ही नहीं होता वह किसके साथ क्या कर रहा है सामने वाला कौन है अच्छा क्या है बुरा क्या है भाई कौन है बहन कौन है इसलिए इंसान और जानवरों में सोच को देखते हुए उनमें फर्क महसूस किया जाता है

आज की कहानी जो हम आपको सुनाने जा रहे हैं इस कहानी में कुछ ऐसा ही होता है देखने में तो वह इंसान जैसे लगते हैं लेकिन काम उनके जानवरों जैसे थे उन्होंने बिलकुल सोचा नहीं समझा नहीं कि वह जो करने जा रहे हैं वह वाकई गलत होता है गाड़ी 7 घंटे तक लगातार हाईवे पर दौड़ती रहती है उसमें जो लड़की बैठी हुई थी वह लगातार चीख रही थी चिल्ला रही थी और उस चीख और चिल्लाने की आवाजों को बंद करने के लिए शांत करने के लिए गाड़ी के अंदर साउंड बहुत तेजी के साथ बजा दिया जाता है ताकि चीखों की आवाज इस साउंड में दब जाए

हालाँकि क्राइम को कितनी भी शातिर तरीके से क्यों ना किया जाए क्राइम कभी छुपता नहीं है यह सच्ची घटना है उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की और इसी का एक थाना लगता है वजीरगंज दरअसल घटना तो 5 दिसंबर 2023 की है लेकिन उस लड़की ने अपने परिवार वालों को समय पर नहीं बताया और समय पर ना बताने की वजह से ही एक-दो दिन ऐसे ही बीत जाते हैं और 10 दिसंबर 2023 को वह लड़की अपने परिवार के साथ थाने पहुंच जाती है… पूरी कहानी जानने के लिए नीचे वीडियो पर क्लिक करें

Continue Reading