एक व्यक्ति लगभग 11 साल तक जेल में रहता है सलाखों के पीछे रहता है तो वह अपने परिवार से अपने रिश्तेदारों से दोस्तों से सभी से कट जाता है 11 साल तक उसे कोई भी नहीं मिलता 11 साल के बाद जब जेल से छूटता है सीधा घर पहुंचता है घर जाकर जब अपनी पत्नी को देखता है तो पत्नी उससे लिपट कर फफक-फफक कर रोना शुरू कर देती है जोर-जोर से रोती है और रोते-रोते कहती हैं कि जब तुम जेल चले गए थे तब मेरे दो बेटों की हत्या कर दी गई थी।
मैं चाहती हूं कि तुम उन दोनों की हत्या का बदला लो। जब इस बात की बात करती है तो पति कहता है कि 11 साल जेल में रहे बहुत समय होता है अब मैं शांत प्रिय जिंदगी जीना चाहता हूं हमारे तीन बच्चे तीन बेटे अभी बच्चे हैं तीनों पर सबर कर लेना बात जब सब्र की आती है तो उसकी पत्नी हाथों से चूड़ियां उतारती है कहती है कि ठाकुर साहब इन चूड़ियों को पहन लो अब ठाकुर साहब को गुस्सा आता है वह तम-तमाते हुए कहते हैं कि जिस रास्ते की तरफ तुम मुझे भेज रही हो रास्ता कहां जाता है तुम्हें अच्छी तरह मालूम है… पूरी कहानी जाने के लिए नीचे वीडियो पर क्लिक करें