हापुर, उत्तर प्रदेश एक लड़की ने एक फौजी को फोन मिलाया और जैसे ही उसके पास फोन जाता है उससे लड़की बात करती है कहती है कि क्या मेरी बात संदीप कुमार से हो रही है तो फौजी कहता है कि जी नहीं यह नंबर संदीप कुमार का नहीं बल्कि यह नंबर है प्रदीप कुमार का मैं जोधपुर में हूं राजस्थान प्रदेश के जैसे ऐसी बातचीत होती है तो लड़की कहती है कि नहीं नहीं मेरे मोबाइल में जो नंबर सेव है वह संदीप कुमार के नाम से ही सेव है और यह नंबर मुझे एक मेरी दोस्त ने दिया है
लड़का बार-बार मना कर रहा था लड़की का रही थी नहीं नहीं कोई गलतफहमी शायद आपको हो रही है इसी तरह से थोड़ी तकरार होती है तकरार के बाद फोन कट जाता है कटने के बाद फिर से दो-चार दिन के बाद फोन आता है और जब फोन आता है तो लड़का कहता है कि तुम्हें दोबारा फोन करने की जरूरत क्यों महसूस क्यों हुई तभी लड़की कहती है की लड़की की आवाज सुनने के बाद न जाने कितने लोग वापस कॉल करते हैं परेशान करते हैं और तुम हो कि बिल्कुल कुछ कहा ही नहीं वाकई यह बात तुम्हारी मुझे बहुत अच्छी लगी
जैसे ही उस फौजी को उसकी तारीफ की गई फौजी थोड़ा सा लड्डू हो जाता है और उस लड़की से बातचीत करना शुरू कर देता है पहले व्हाट्सएप पर कॉल होती है उसके बाद फिर वीडियो कॉल भी शुरू हो जाती हैं और फिर इन दोनों की बहुत अच्छी दोस्ती हो जाती है दोस्ती कुछ इस कदर होती है की इस फौजी ने लड़की को लेकर बहुत सारे सपने देखना शुरू कर दिए लड़की ने जब पूछा उससे कि तुम करते क्या हो तो उसने कहा मैं फौजी हूं फौज में काम करता हूं जॉब करता हूं लड़की से पूछा कि तुम क्या करती हो तो लड़की ने कहा कि इत्तेफाक से मैं भी फौजी ही हूं लेकिन अफसर हूँ… पूरी कहानी जानने के लिए नीचे वीडियो पर क्लिक करें