अमरोहा, उत्तर प्रदेश करीब 40 साल पुरानी यह बात है एक इंस्पेक्टर साहब को जेब कतरा मिल जाता है वो शातिर जेब कतरा था उसको पकड़ कर जब कोतवाली लेकर आते हैं उससे पूछताछ चल रही थी पूछताछ करने के दौरान ही उन्होंने उसे अपनी टांगों के बीच में फंसा लिया और ज़ोर देते हुए उससे कहा कि तुम जेब कैसे काटते हो किस किस की जेब काटी सारी की सारी बातें आज मुझे बता दो लगभग उस वक्त उस शातिर चोर की उम्र रही होगी 30 साल के आसपास उससे ये पूछा जा रहा था तो वो रोने लगता है कहता है की साहब मैं कोई अपराध नहीं करता मैं किसी की कोई जेब नहीं काटता किसी ने झूठ बोल दिया होगा मेरा नाम लगा दिया होगा
इस तरह की बातें थीं और वो रोने लगता है और इसी बीच में कुछ फरियादी आजाते हैं और फरयादी अपनी आंखों के सामने देख रहे थे इंस्पेक्टर साहब को लगता है कि कुछ ज्यादा हो गया है तभी उन्होंने अपने हमराह को बुलाया उससे कहा कि इसे पकड़ो और सीधा हवालात में बंद कर दो बाद में पूछताछ करेंगे
अब यह सब हो जाता है और इंस्पेक्टर ने जब सबकी समस्या का समाधान कर दिया अब यहाँ से उनका खाना खाने का वक़्त हो चूका था घर में उनकी पत्नी इंतज़ार कर रही थी खाना खाने के लिए वो सरकारी क्वार्टर में पोहोचते हैं जैसे ही घर पहुंचते हैं तो उनकी पत्नी ने कहा की आपसे एक काम के लिए कहा था बाजार से कुछ मांगाना था आपने तो मंगाया ही नहीं जैसे ही इंस्पेक्टर साहब ने सुना तो बोला कि परेशान क्यों होती हो अभी के अभी मांगता हूं तुरंत अपनी जेब में हाथ डालते हैं और जैसे ही जेब में हाथ डाला तो पता चला कि उनकी तो जेब कट चुकी थी अब इंस्पेक्टर साहब दौड़ते हुए भागते हुए जेब में हाथ डालते हुए पहुंच जाते हैं हवालात में… पूरी कहानी जानने के लिए नीचे वीडियो पर क्लिक करें