सेलम, तमिलनाडु एक बंदी को अदालत में पेश करने के बाद दो सिपाही उसको वापस उसी जेल में लेकर जा रहे थे जिस जेल से उसे अदालत में पेश करने के लिए लेकर आए थे क्योंकि बहुत लंबा रास्ता था दूर की बात थी उसने वापस अदालत चले जाते जाते उसने रात हो जाती है रात को 9:30 बजे के आसपास कर रहा था और बस स्टॉप पर खड़े होकर वह अपने बस का इंतजार करें जिससे उस इलाके की तरफ जाना था
सभी को बंदी कहता है कि साहब अगर आपको ऐतराज ना हो तो क्या मैं तो लेट जा सकता हूं तो सुबह ने कहा ठीक है तुम थोड़े चले जाओ लेकिन हम तुम्हें देखते रहेंगे तुम्हारी निगरानी में रहेंगे उसने कहा साहब कोई बात नहीं मैं आपसे भाग कर कहां जाऊंगा अब इतना कहने के बाद तो टॉयलेट के अंदर चला जाता है वह अंदर जाने के बाद 9:30 बजे चोली में घुसा था लेकिन 1 घंटे से ज्यादा का वक्त बीत जाता है और वह बाहर निकल कर नहीं आता
जब दरवाजा पीटा जाता है टॉयलेट का तो पता चलता है कि वह विंडो की साइड से भाग चुका है बस इतना देखने के बाद दोनों सिपाहियों की हालत खराब हो जाती है इतना परेशान हो जाते हैं कि एक सिपाही बैठकर फूट-फूट कर दो जोर जोर से रोने लगता है क्योंकि उसकी नौकरी के बता दो दिन नहीं बचे थे… पूरी कहानी जानने के लिए नीचे वीडियो पर क्लिक करें