वैशाली, बिहार एक बेहद गरीब आदमी उसके परिवार में पांच बच्चे और उसकी पत्नी इन पांचो बच्चों की परवरिश के लिए और दंपति की परवरिश के लिए एक भैंस ही एक मात्र सहारा था भैंस का दूध बिकता था तब जाकर परिवार चलता था लेकिन एक दिन जिंदगी में ऐसा आता है कि उसकी भैंस चोरी हो जाती है अपनी भैंस को लेकर वह बेइंतहा परेशान हो जाता है उसने कोई ऐसी जगह नहीं थी जहां पर अपनी भैंस को तलाश नहीं किया आखिरकार कड़ी मशक्कत के बाद भैंस मिल जाती है और वह भैंस ले जाकर एक पंचायत में खड़ी कर देता है
पंचों से कहता है की देखो मेरी भैंस तो ये रही और इसको चुराने वाला यही व्यक्ति है जिसका नाम जगत राय है जगत राय का भरी पंचायत में नाम लिया जाता है और कहा जाता है कि मुझे अपनी भैंस को तलाश करने में लगभग 1500 रुपए खर्च हो गए हैं मुझे और कुछ नहीं चाहिए वह मुझे RS 1500 दिलवा दीजिए जिससे कि मैं जो टूट चुका हूं जिससे कि जो मुझे नुकसान हुआ है मैं अपने नुकसान की भरपाई कर सकूं
पंचायत को यह बात बहुत अच्छी लगी पंचायत ने इसी फैसले को मुकर्रर रखा और जो चोर होता है उस चोर पर RS 1500 का जर्मन लगा दिया जाता है लेकिन वक्त बीत जाता है और बीतने के बाद भी चोर उन RS 1500 को अदा नहीं कर रहा था इसलिए वो गरीब मजदूर व्यक्ति सीधा पहुंच जाता है थाने और थाने जाकर FIR दर्ज करा देता है कि फला दबंग व्यक्ति ने मेरी भैंस को चोरी कर लिया था उसके परिवार ने चोरी कर लिया था इस मामले में कार्रवाई कर दीजिए… पूरी कहानी जानने के लिए नीचे वीडियो पर क्लिक करें